एक चीनी बौद्ध भिक्षु जिसकी 2012 में मौत हो गई थी, अब उस बौद्ध भिक्षु के शव पर सोने के पत्र चढ़ाकर शीशे के केस में रखा जाएगा। 'फु होऊ' नाम के इन बौद्ध भिक्षु के शव को एक पहाड़ पर रखा जाएगा।
फु होऊ बौद्ध धर्म के लिए पूरी तरह समर्पित थे। फु होऊ ने 13 वर्ष की उम्र में बौद्ध धर्म की दीक्षा लेनी शुरू की थी। फिर वो उसका 94 वर्ष की उम्र तक कड़ाई से पालन करते रहे।
एक न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार फु होऊ की इच्छा थी कि मृत्यु के बाद भी उनके शव को संरक्षित रखा जाए। उनके शव को दो ममीफिकेशन एक्सपर्ट्स ने बैठी हुई मुद्रा में संरक्षित रखने के लिए तैयार किया और एक जार में रखा।
ममीफिकेशन के तीन साल बाद फु होऊ की पार्थिव देह अच्छी तरह संरक्षित पाई गई। फु होऊ के पार्थिव देह को जाली, रोगन और स्वर्ण पत्र से मंडित कर शीशे के एक केस में पहाड़ के ऊपर रखा जाएगा। इससे वो लोगों को बौद्ध धर्म का संदेश देते रहेंगे। और लोगो के लिए आदर्श बनेगे और इस बौद्ध धर्म के अनुयायी के रूप में उन्हें दुनिया भर में याद रखा जायेगा।
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